illuminati एक Secret Group है जो की राक्षसों की पूजा करते है. इसका स्थापना 1776 में जर्मनी एडम विशाप ने किया और उस समय इसका नाम था "The Order Of Illuminati" यह के Secret Community है. जो भी इंसान इस Community को ज्वाइन करता है वह इसके बारे किसी और को नहीं बता सकता है. जिस तरह से हम सभी भगवान/अल्लाह/गॉड की पूजा करते है वैसे ही Illuminati के Member राक्षस यानि लुस्फिर की पूजा करते है.
कैसे इल्लुमिनाती ने ,सरकार ,नयायालय ,यहाँ तक की जनता तक को अपने सिकंजे में कर रक्खा है
एक ऐसा गुप्त संगठन जो १०० से ज्यादा देशों मे परोक्ष सरकार चला रहा है जो ८०% जनता को मरना चाहता है उसके लिए अनाज को खरीद कर गोदामों मे रखता है चाहे सड जाये मगर गरीब के मुह न पडे इसी तरह से भारत मे २१००० लोग प्रति दिन मर रहै है (सरकारी आंकड़ा ) हर चीज़ मे इसका दखल है हर जगह इसके एजेंट्स हैं। कांग्रेस और AAP इल्लुमिनाती की एजेंट है भारत मे।
अब जब बीजेपी ने कांग्रेस को पछाड़ दिया है तो ये ही कांग्रेस अपना नाम बादल के नए रूप मे बदल रही है अब इस के एजंट आम आदमी पार्टी मे शामिल हो कर बीजेपी को हराने मे लगे हैं।
इल्लुमनिती दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगो का एक सीक्रेट संगठन है, जो की पूरी दुनिया पर कब्ज़ा करना चाहता है, इसके मुख्य उद्देश्य है पूरी दुनिया में बिना किसी बॉर्डर के सभी देशो में एक मुद्रा एक संस्कृति, एक सभ्यता, एक जाति विशेष का एकछत्र साम्राज्य हो, इसके लिए इन्हें जनसख्या पर भी नियन्त्रण करना है, जिसका एक ही एक उपाय है, लोगो का जातीय सामूहिक संहार, फिर चाहे वो प्रथम विश्व युद्ध करवाना हो या द्वितीय या भारत पाक युद्ध या फिर वियतनाम अमेरिका युद्ध, या अफगानिस्तान पर अमेरिकी हमला, या अब तीसरे विश्वयुद्ध के साथ साथ जल-युद्ध और परमाणु युद्ध की तयारी
पूरी दुनिया में इल्लुमनिती का सबसे बड़ा दुश्मन, शत्रु है हिन्दू,
जी हाँ, सनातन धर्म इल्लुमनिती का सबसे बड़ा शत्रु है,
किसी भी देश में कोई भी सत्ता बिना इनके हस्तक्षेप के नहीं चल सकती,
शायद कुछ लोगो को ये बात हजम न हो, पर भारत में कोई भी सरकार चाहे वो आ चुकी है या आने वाली है वो इन्ही के इशारों पर चली है और चलेगी,
इनका सबसे बड़ा प्रोजेक्ट एक और है,एक फिल्म है the resident Evil और भारत में बनी हुई Go Goa Gone, इन सभी में एक ही समानता है, लोगो को वायरस द्वारा अर्द्धमृत कर देना और उनकी बुद्धि पर नियंत्रण करना,इलुमनिती वायरस द्वारा भी माध्यम व् गरीब लोगो का समुहिक संहार करने के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है और इसके लिए उन्होंने लोगो के मन में डर बैठाने के लिए हॉलीवुड और बॉलीवुड का सहारा लिया है, उपर लिखे २ नाम तो केवल एक मोहरा है, लिस्ट काफी लम्बी है,
इमुलानिती का उद्देश्य किसी विशेष समुदाय का समर्थन नहीं करना है, केवल अपने लाभ के लिए ये एक मजहब के दुसरे मजहब के विरुद्ध प्रयोग करते है
Community से किस तरह के लोग जुड़े है:
दुनिया के लगभग सभी पोपुलर लोग Illuminati के मेम्बर है और यह किसी ना किसी तरीके से Illuminati से जुड़े है उसका प्रचार-प्रसार कर रहे है. इस ग्रुप के लोग डायरेक्ट किसी से नहीं कहते है की Illuminati ज्वाइन करे और ना खुले आम इसका प्रचार करते है. यह सभी लोग secret तरीके से चिन्हों के माध्यम से Illuminati का प्रचार करते है और Illuminati के कुछ चिन्ह है जिन्हें अगर कोई Photo, Video, Party कही भी दीखता है तो इसका मतलब वह Illuminati का मेम्बर है और वह Secret चिन्ह के द्वारा इसका Promotion कर रहा है ,
America President से लेकर Russia President तक, Hollywood से लेकर Bollywood तक Illuminati फैला हुआ है और जितने भी जल्दी सक्सेस हुए है वो सभी Illuminati के मेम्बर है. क्योकि इस ग्रुप का एक Moto है "Other New World" मतलब एक ऐसा World हो जहा सब एक जैसे हो और कुछ ऐसा करो जिससे लोगो खुद से तुम्हारे जैसा करे.
ब्रिटेन के वो तेरह राज घराने हैं (ये राज घराने ही सबसे बड़े इलयुमनाती कहलाते है। अब ये ना केवल ब्रिटेन मे है बल्कि ये अमेरिका आदि और बहुत से यूरोपीय देशो मे जम कर बैठे हुए है। rothschild & rockefeller भी इसी श्रेणी मे आते हैं) । उसके बाद कमिटी 300 , उसके नीचे WTO, वर्ल्ड बैंक ,और IMF, NSA, CIA, NETO, आदि है और नीचे आएँगे तो मिडिया ,विदेशी कंपनी ,न्यायलय ,सरकार (कांग्रेस/AAP) ,ब्युरोकेट्स ,बैंक , विदेशी NGOs सब आएँगे l इनकी जड़े पूरी दुनिया मे इतनी गहराई फेली हुई हैं इनको खतम करना नामुमकिन है। हाँ बस ये हो सकता है की इनका प्रभाव हम अपने देश मे जितना हो सके कम कर सकते है लेकिन खतम करना नामुमकिन है (जैसे के एक बहुत ही शुद्ध देश जापान ने कर रखा है वो इलयुमनाती की चपेट से काफी हद तक बाहर है)।
सबसे पहले इलयुमनाती ने पूरी दुनिया मे पुराने स्वदेशी सिस्टम को खतम करके नया क्र्न्सी सिस्टम जबर्दस्ती लागू किया। इस से पहले भारत मे लेन देन चीज़ें अदला बदली कर के किया जाता था (या सोने चांदी की कीमत के सिक्के हुआ करते थे)।
आपने पुराने समय मे गांवों आदि मे देखा होगा के अनाज के बदले पंसारी से कुछ भी सामान खरीद सकते थे या कपड़े के बदले आदि से कुछ भी खरीद सकते थे।
इसको ठीक से समझो ये वास्तव मे एसा है जैसे अपनी कोई कीमती चीज़ किसी को देकर उसकी कीमती चीज़ ले लेना। मेरे पास कोई वस्तु अधिक है तो मे उस वस्तु के बदले किसी ओर से कोई दूसरी वस्तु ले लूँगा जो मेरे पास तो कम है (और देने वाले के पास वो वस्तु ज़्यादा है।)
लेन देन सिस्टम = सबके पास सब कुछ।
अब जब इलयुमनाती को क्रनसी सिस्टम मे भी खामिया दिखने लगी है (क्योंकि उस से ज्यादा मुनाफा नहीं हो राहा क्यों की भारतीय क्र्न्सी सोने के बदले मे है) तो उनहों ने नया सिस्टम शुरू किया क्र्न्सि की जगह खाली कागज के डैब्ट नोट (अर्थार्त इसके बदले मे सोना नहीं मिलेगा) सिस्टम चलाया जा राहा है इस डैब्ट नोट को डॉलर भी कहते हैं।
विदेशी लूट पर आज तक यदि खुल कर बोला है तो राजीव दिक्षीत जी ने बोला है ,,बाबा रामदेव जी ने भी कई विडिओ हैं WTO वर्ल्ड बैंक के खिलाफ l और येही बात RSS कई सालों से बोल रही है। बीजेपी के अजंडे मे भी इसके कुछ अंश शामिल हैं।
आखिर क्यों लगातार रुपया गिरता जा रहा है ,,कुछ लोग कांग्रेस से ऊपर सोचते ही नहीं यही भुल है l कांग्रेस और AAP तो छोटा सा प्यादा है उनका (इल्क्लुमिनाती का)। जिस जिस ने इनको रोकने की कोशिश की वो मौत के घाट उतार दिये गए। एसे ही एक नायक थे लाल बहादुर शास्त्री जी इनहों ने 18 महीने मे ही सारी विदेशी कंपनिया यहाँ से भागा दी थी। अमेरिका से अनाज लेना बंद कर दिया था आधे से ज्यादा पाकिस्तान जीत लिया था। लेकिन इलयुमनाती ने इनको मरवा दिया अमेरिका के थ्रु।
ये एक ही नायाक है जिसके बारे लोग जानते है एसे तो ना जाने कितने नायक मारे जा चुके जिनकी कोई प्रसिद्धि नहीं है।
वास्तविकता तो ये है की इलयुमनाती सभी को मार देते हैं जो इनका कहना नहीं मानते उनको भी और जो कहना मानते है वो तभी तक ज़िंदा रहते जब तक वो उनके काम के लायक है। काम पूरा हो जाने के बाद वो उन्हे भी मरवा देते हैं (जैसे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, संजय गांधी आदि)
इनको मात देने का तरीका केवल और केवाल RSS ने ही निकाला है। अगर अपनी जान बचानी है तो इनहि का कहना मान कर इनहि के तरीके से संविधान से बाहर ना जाकर धीरे धीरे इनपर प्रेशर बनाना ऐस बखूबी काम सरदार वालाभ भाई पटेल ने किया। कांग्रेस्स मे हो कर भी सारे देश को एक जुट करगाए और अपनी निजी उम्र लेकर चलेगाए।
इल्लुमिनाती ने तीन प्रमुख संस्थाएं बनाई , IMF( International Monetary Fund) और वर्ल्ड बैंक, तीसरा कारखाना लगाया जिसको आप अमेरिकी फेड रिजर्व के नाम से जानते है , पर बहुत लोग जानते होंगे की अमेरिका सरकार का है वो फेड रिजर्व l अम्रेरिका का नहीं इल्लुमिनाती का है वो फेड रिजर्व l फेड रिजर्व में ठोक भाव में डालर (कागज़ )छापना शुरू किया ,,कर्जा बाटने के लिए ,,,जी हाँ अमेरिका को भी कर्जा दिया ,,,सारे देशो को फ्री में कागज(डालर ) के बाटा ,,बदले में उनको क्या चाहिए था ? संसाधन ,,कैसा संसाधन ,,अरब देशो से पेट्रोल,,,भारत से लोहा कोयला आदि आदि, जब की संसाधनों पर मूल हक़ देश की जनता का होना चाहिए, पर उन राक्षसों को जनता नाम से नफरत है ,,,पूरी पृथ्वी उनके बाप की है ऐसा सोचते हैं वो राक्षस.....।
कैसे लुटती है इल्लुमिनाती इन संस्थाओं से
जबरन विश्व के सारे देशों को इनमे शामिल होने के लिए दबाव बनवाया ,,,डालर यानी कागज़ देने का लालच दिया ,,,नेहरु तो उनका एजेंट था मान गया सारी बात ,,नहीं मानता तो मौत होती ,,मिला कर्जा डॉलर (कागज के रूप मे), जब की भारत को कर्ज की आवश्यकता ही नहीं थी इतने संसाधन खुद थे भारत के पास। बदले में विदेशी कंपनियों का जाल बिछाया और ठेका मिलने लगा खदानों का ,,लूटने लगे वो संसाधनों को ,,आज तक लुट रहे हैं
अब थोड़ी सी दिकत आने लगी राक्षसों को ,,,संसाधन उनको महंगे मिलते थे ,,इसलिए IMF से दबाव बनवा कर रूपए की किमत गिरवाने लगे ,,,आज तक वो सिलसिला जारी है ,,कोई भी प्रधान मंत्री बनता है वो रुपया गिरवाता है ,, (केवल प्रधान मंत्री चंद्र शेखर और अटल बिहारी वजपाई को छोड़ कर) सरकार को डर इस बात का रहता है की कहीं वर्ल्ड बैंक पुराना कर्जा न मांगने लगे l जब की कर्जा कैसा ,,लिया तो डालर यानी कागज ही था l
पहले लोहा इल्लुमिनाती 50 रूपए किलो खरीदती थी आज आठ रूपए किलो खरीद रही है ,,,मतलब जनता के लिए मंहगाई बढ़ रही है उनके लिए घट रही है ,,,कैसे रूपए का दाम गिरवा कर ,,किस्से अपनी ही बनाई संस्था IMF से। illuminati Network
जनता और आम आदमी पर कैसे मकड़ जाल फैलाया इल्लुमिनाती ने
पूरा झोल तंत्र ,,,,कैसे लुट रहा है भारत ,,,कैसे फिर सोने की चिड़िया बनेगा भारत ,,कौन लूट रहा है भारत को आपकी भाषा में समझाना है इसलिए ,,पोस्ट लम्बी हो जाएगी पर पढ़ें जरुर ,,
सबसे पहले आपको ये समझना होगा की विदेशी कंपनी ,MNC, मिशनरी , देश की सत्ता चला रही हैं ,,जो की इल्लुमिनाती की गुलाम हैं ,,सारे बैंक यहाँ तक की भारतीय रिजर्व बैंक भी उनकी इजाजत के बिना नोट नहीं छाप सकता ,,जी हाँ रोक्फेलर दानव की बात हो रही है ,,ये दानव् रोक्फेलर ,रोथ्चिल्ड ही देश की सत्ता पर कब्ज़ा किये हुए हैं l राजनीति यानि संविधान देने वाले वो हैं ,कोर्ट जज पुलिस देने वाले वो हैं ,,मिडिया तो उन्ही की है ,,,मिडिया ही सारी खबरों को जलेबी बना कर पेश करती है ,लगता तो है की वो जनता के हित की खबर दे रही है लेकिन सही मायने में वो दानवो को फायदा पहुंचाने का काम करती है।
अब कुछ उदहारण कैसे लुट रहा है भारत
एक गरीब पैसे कमाने की लालसा में एक गाँव में चावल मिल या दाल मिल खोलता है ,,कमाता भी है ,,थोडा पैसा आया उसने गाड़ी खरीदी ,मिला दानवो को लाभ ,,,फिर कुछ पैसे आए उसने AC खरीदी ,,,,कमाँ रहा है वो किसानो से ,दे रहा हैं विदेशी कंपनी को ,,,,फिर कुछ पैसे आए पहुँच गया आईपीएल देखने फिर दिया दानवो को फायदा ,,,जादा पैसे हो गए लगाने लगा सट्टा फिर फायदा पहुंचाया दानवो को ,,,कुछ लोग उसके पास पहुंचे बीमा करा लिया फिर पैसा गया विदेश फिर फायदा दानवो को ,,
दूसरा उधाहरण =एक वकील गाँव में वकालत शुरू करता है ,,वो भी यही सब करता है
तीसरा उधाहरण = आम आदमी जो पैसे नहीं बना पाता वो भी पैसे दानवो तक भेजता हैं ,सुबह उठा मजन किया पैसा मिला दानवो को ,,नहाया साबुन से फायदा मिला दानवो को ,,पिक्चर देखने गया फायदा मिला दानवो को ,,,विदेशी खाद खरीदी ,पैसा मिला दानवो को ,,,यदि माल से सब्जी खरीदी तो भी पैसा मिला दानवो को ..किसान भी जादा पैसे कमाने के लिए जल्दी पैसे कमाने के लिए तरह तरह के इंजेक्शन देता है सब्जियों में ,,फायदा दानवो को l
चौथा उदहारण =डाक्टर भी पैसा बनाने के बाद यही सब करता है
पांचवा उधाहरण ==कुछ समाज सेवी संस्थाओं का भी में उद्देश्य पैसा है ,,,वो भी दानवो की मदद कर रहे हैं
छठा उदहारण =जिनके पास जादा पैसा होगया है ,बिल्गेत ,उनको दानव लोगो को मारने के काम में लगा दिया है है ,,दान करो संपत्ति मिलवाओ वैक्सीन में जहर ,,,लोगो की अवसत आयु साठ साल बना दो ,,कोई सौ साल डेढ़ सौ साल जिए ही न ,,,दानव सऊदी के सेखो को खरीद कर आतंकवाद फैला रहा है ..बंगलादेशियो को घुसवा रहा है ,,मारकाट करो ,मारो लोगो को ,,,,भारत को मुग्लिस्तान में विभाजन की पूरी तैयारी है
समाधान
पुरे इल्लुमिनाती नेटवर्क का विनाश ,,,कैसे होगा युद्ध से ,,,कौन लडेगा ,,कोई भारत वासी ,,,कैसा युद्ध होगा ,
सबसे पहले तो दानवो का नाश जो पैसे रुपी माया को फैला कर आदमी को मजबूर कर दिया है की पैसे में ही व्यस्त रहो ,,,जी हाँ इल्लुमिनाती दानवो का नाश जिनका वर्ल्ड बैंक है ,,जिनका IMF है ,जिनका कंट्रोल अमेरिकी फेड रिजर्व पर भी है ,,जिनके इशारे पर डालर छपते हैं l नाश कैसे होगा ==अगले महाभारत से ,,योगमाया से ,गीता के कर्मयोग से ,,,कृष्णा का सुदर्शन चलेगा सबका नाश होगा ,,कलयुग २०२५ में खत्म,यजुर्वेद कहता है ये हाँ एक बात =आपको ये टेंडर सिस्टम समझना होगा ,,,टेंडर लेकर ही विदेशी कम्पनियाँ देश पर कब्ज़ा किये हुए हैं ,,कोयला लोहा सब हमारा है ,,सरकार से लेकर ये कंपनिया हमें ही बेचती हैं ,,,बिजली हमें फ्री मिलनी चाहिए वो भी हम खरीदते हैं ,,,बांध हमारे ,नदी हमारी फिर भी बिजली खरीदते हैं कैसे इल्लुमिनाती बांग्लादेशियों को घुस्वाती है और आतंकवाद को बढ़ावा देती है पुरे विश्व की जनता आतुरता से इन्तजार कर रही है उस महामानव का जो इल्लुमिनाती नेटवर्क का विनाश करेगा
बीजेपी ही पहली एसी पार्टी है जिसने ये काहा टेक्स व्यवस्था बिलकुल नहीं होनी चाहिए। टेक्स जितना कम गवर्नेंस जितनी ज्यादा अछा होता। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ही एक मात्र एसे प्रधान मंत्री है जिन्हों ने आते ही पेट्रोल रशिया से लेना शुरू कर दिया है और BRICS के मेम्बर होने की वजह से नरेदर मोदी ने BRICS के बाकी देशों को भी रशिया से पेट्रोल लेना शुरू करवा दिया है जिसमे चाइना भी है। इस घटना से अमेरिका (इलयुमनाती) घबराया हुआ। इसी वजह से डालर भी पेसे के मुकाबले कुछ अंशों मे घटना शुरू हो गया है। और नरेंद्र मोदी के MAKE IN INDIA के नारे ने तो इलयमनाती की हालत खराब कर दी है। क्यूँ की इलयमनाती से सारी दुनिया परेशान है इस लिय कई छोटे बड़े देश भी नरेंद्र मोदी जी की गोवर्नेंस मे अपनी रुचि दिखाने लगे है। और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरुवात कर दी है। make in India, डिफ़ेंसे सिस्टम मजबूत बना के, रॉ को मजबूत बना के, और छोटी बड़ी कई नई योजनाए शुरू करदी है जो सीधा सीधा इलयुमनाती पर अटेक है।
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